रेयान इंटरनेशनल स्कूल फरीदाबाद में आयोजित सम्मेलन में 220 से अधिक युवा प्रतिनिधियों ने वैश्विक मुद्दों पर किया संवाद, भविष्य के समाधान की पेशकश
हैलो हिन्द
फरीदाबाद। रायन इंटरनेशनल स्कूल फरीदाबाद ने ‘रायन यंग लीडर्स मॉडल यूनाइटेड नेशन्स (RYLMUN’25)’ का भव्य आयोजन किया। इस सम्मेलन में रायन की सहयोगी शाखाओं और दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न विद्यालयों से आए 220 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। युवा प्रतिनिधियों ने वैश्विक मुद्दों पर ठोस बहस की और व्यावहारिक समाधान सुझाए।

सम्मेलन में पांच प्रमुख समितियां, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA), संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC), अखिल भारतीय मुख्यमंत्री सम्मेलन (AICMM), इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और कंपाला कॉन्फ्रेंस 2025, साथ ही अंतरराष्ट्रीय प्रेस (IP) शामिल रहीं। Vici Verba • Ducere”(To Conquer, To Speak , To Lead) के आदर्श वाक्य के साथ सभी समितियों ने चर्चाओं को आगे बढ़ाया।
UNGA ने वित्तीय संसाधनों को सुदृढ़ करने पर गहन चर्चा की और सभी सदस्य देशों में समान रूप से वितरण सुनिश्चित करने के लिए नई रणनीतियां सुझाईं। वहीं, UNHRC ने डिजिटल युग में मानवाधिकारों पर केंद्रित बहस की और निगरानी तकनीक, बायोमेट्रिक डेटा व निजता के अधिकार जैसे अहम मुद्दों पर कानूनी और नैतिक दृष्टिकोण साझा किए।
AICMM में राज्य आरक्षण की मौजूदा रूपरेखा की समीक्षा की गई और ऐतिहासिक असमानताओं व सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों को देखते हुए समान अवसर देने हेतु सुधारों का प्रस्ताव रखा गया। इसी दौरान IPL समिति ने मेगा ऑक्शन 2026 पर विचार किया और खिलाड़ियों के मूल्यांकन, टीम संयोजन तथा प्रतिस्पर्धात्मक संतुलन पर इसके प्रभाव का पूर्वानुमान पेश किया।


कंपाला कॉन्फ्रेंस 2025 में रोम संविधि (Rome Statute) की समीक्षा की गई और अंतरराष्ट्रीय न्याय प्रणाली को अधिक मजबूत बनाने के लिए इसके दायरे और प्रभावशीलता पर सुझाव दिए गए। सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधि पूरी तैयारी और जानकारी के साथ अपने-अपने एजेंडा पर चर्चा करने पहुंचे और व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किए। युवा प्रतिभागियों की ऊर्जावान बहस और गहन चर्चाएं वाकई प्रेरक रहीं। RYLMUN’25 का उद्देश्य छात्रों में ऐसा नवाचारी नेतृत्व विकसित करना है जो भविष्य की जटिलताओं का समाधान कर सके। यह सम्मेलन प्रतिभागियों को आत्मविश्वास के साथ अपनी रणनीतिक दक्षता प्रदर्शित करने का मंच देता है, जो आने वाले वर्षों तक विश्व शांति और वैश्विक एकता बनाए रखने में सहायक होगा।




