हिन्दू एकता वाहिनी का आह्वान सनातनी संस्कारों के बल पर ही पीढियों का संरक्षण निश्चित

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हिन्दू एकता वाहिनी का आह्वान सनातनी संस्कारों के बल पर ही पीढियों का संरक्षण निश्चित

-हनुमान चालीसा के माध्यम से रामराज्य की कल्पना को साकार करने का हिन्दू एकता वाहिनी का संकल्प

-दिल्ली में संपन्न हुई हिन्दू एकता वाहिनी की द्वितीय राष्टीय कार्यकारिणी बैठक

 

नई दिल्ली। हैलो हिंद न्यूज

(ashoksharma@hellohind.in)

हिन्दू एकता वाहिनी की राष्टीय कार्यकारिणी की दूसरी बैठक सोमवार को  दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित संस्कार भारती के सभागार में सपन्न हुई। इसमें करीब 11 प्रदेशों से सदस्य पहुंचे। वाहिनी के संस्थापक अध्यक्ष एवं द हरियाणा स्टेट कॉपरेटिव एपेक्स बैंक लिमिटेड(हरको बैंक) के चेयरमैन हुकुम सिंह भाटी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्षों ने अपने-अपने प्रदेशों में वाहिनी के कार्यक्रमो का ब्योरा प्रस्तुत किया।

इस मौके पर हुकुम सिंह भाटी ने कहा कि भारत को पुनः तेजस्वी और समृद्ध समर्थ बनाने के लिए सनातन जनजागरण आवश्यक है। इसके लिए वाहिनी के धर्मप्रेमी, राष्ट्रनिष्ठ कार्यकर्ता, अलग-अलग स्थान पर मंगलवार को एक नियमित समय पर हनुमान चालिसा का पाठ निश्चित कर चुके हैं। वाहिनी की राष्टीय धर्म अभियान समिति गांव, मौहल्लो और कॉलोनियों में इस अभियान को शुरू कर चुकी है।

भाटी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदू समाज में संस्कार लगातार घट रहे हैं। इन्हें बचाने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा। भारत ऋषि-मुनियों का देश रहा है। हम आज भी उस परंपरा के वाहक हैं और उसका अनुसरण करना जरूरी है। हिंदुओं में कम बच्चे पैदा करने के चलन पर उन्होंने कहा कि एक बच्चा होने से समाज में रिश्ते खत्म किए जा रहे हैं। यह पूरी तरह अव्यवहारिक और सामाजिक संतुलन को बर्बाद करने वाला है। इस मौके पर हरियाणा से पीयूष मेहता, सुरेंद्र मेहता, विकास बिश्नोई, सोमेश, राहुल राणा, सुरेश चौधरी, सुनील खत्री, तमिलनाडू से अधिवक्ता एसवीएल जय कुमार, ओडीसा से एसएस दास, आदि ने संस्था के गठन की आवश्यकताओं पर अपने विचार रखे।

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धर्म सेवा के माध्यम से राष्ट्र सेवा

वर्ष 2047 तक विकसित भारत और देश में रामराज्य की कल्पना को साकार करने के लिए देश भर में हनुमान चालीसा के माध्यम से हिन्दू जनजागरण का अभियान सफल होगा।

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घरो में शक्ति की स्थापना करें

भाटी ने कहा कि हिंदू धर्म में शांति, सदभाव, सहिष्णुता की बात है। वहीं आत्म-रक्षा और न्याय के लिए हथियार उठाने को भी हमारे हिन्दू धर्म में हम जायज मानते हैं।  इसलिए घरो में शक्ति की स्थापना करें।

हनुमान चालीसा, भगवान हनुमान को समर्पित एक भक्ति स्तोत्र है।

यह हिंदू धर्म में एकता और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसका नियमित पाठ करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, साहस, और आत्मविश्वास और हिन्दू एकता की भावना को बल मिलेगा। इसके पाठ करने से मन शांत होता है और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी को साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है, इसलिए उनका पाठ करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस का संचार होता है।

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