हरियाणा में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस रहा कई मायनों में खास

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विश्वविद्यालयों में योग पर शोध को बढ़ावा देने के लिए योग लेखक प्रोत्साहन योजना होगी शुरूहर वर्ष ऐसे उत्कृष्ट लेखकों का सम्मान किया जाएगा

 इस वित्त वर्ष में प्रदेश में स्थापित की जाएंगी 100 नई योग एवं व्यायामशालाएं

 

चंडीगढ़। अशोक शर्मा

(ashoksharma@hellohind.in)

हरियाणा में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह से मनाया गया और आज का दिन कई मायनों में खास रहा। जहां एक ओर गीता की स्थली कुरुक्षेत्र के पावन ब्रह्मसरोवर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में लगभग 1 लाख से अधिक लोगों ने एक साथ योग करके विश्व को संदेश दिया तो वहीं 22 जिलों और 121 खंडों में आयोजित कार्यक्रमों में लगभग 20 लाख से अधिक लोगों ने योग करके अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।

 राज्य स्तरीय समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेयमुख्यमंत्री नायब सिंह सैनीआयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह रावसांसद नवीन जिंदल और आयुर्वेदाचार्य बालकृष्ण सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। विशेष रूप से योग गुरु स्वामी रामदेव ने सभी लोगों को योग करवाया। कार्यक्रम के दौरान सभी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को लाइव प्रसारण के माध्यम से सुना।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में योग पर शोध को बढ़ावा देने के लिए योग लेखक प्रोत्साहन योजना लागू की जाएगी। इसके तहत हर वर्ष ऐसे उत्कृष्ट लेखकों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावाचालू वित्त वर्ष में 100 नई योग एवं व्यायामशालाएं स्थापित की जाएंगी। अभी तक प्रदेशभर में 883 योग एवं व्यायामशालाएं खोली जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालयकुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र के लिए एक विशाल हॉल का निर्माण करवाया जाएगा।

 मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के योग प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए क्रेडिट आधारित प्रणाली को शुरू किया जाएगा। साथ हीहरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में भी योग को शैक्षणिक पाठ्यक्रम के रूप में लागू किया जाएगा। इसके लिए एक समान योग पाठ्यक्रम शीघ्र तैयार किया जाएगा। 

 उन्होंने कहा कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विषयों को इस वर्ष से ही आयुष चिकित्सा प्रणाली के अंतर्गत मान्यता दी जाएगी। साथ हीइन विषयों के चिकित्सकों का राजकीय पंजीकरण भी आरंभ किया जाएगा।

  नायब सिंह सैनी ने घोषणा करते हुए कहा कि योगासन को खेल के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर सुदृढ़ करने के लिए अनुभवी कोचों की नियुक्ति की जाएगीजो खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षित करेंगे। खेल विभाग में 40 योग शिक्षकों की भर्ती शीघ्र शुरू की जाएगी। 

 मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से ही प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में 5 मिनट का ‘योगा-ब्रेक‘ कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को तनाव मुक्त माहौल प्रदान करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की पहचान योग विद्या को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पुनः स्थापित किया

 

नायब सिंह सैनी ने भगवान श्रीकृष्ण जी की कर्मभूमि कुरुक्षेत्र की धरा से 11वें ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘ की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम पूरे विश्व को योगमय होता देख रहे हैं। इसका श्रेय हमारे संतोंऋषियों और विशेष रूप से हमारे कर्मयोगी एवं दूरदर्शी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। प्रधानमंत्री ने सदियों से भारत की पहचान रही इस योग विद्या को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पुनः स्थापित करने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने देश को बहुमूल्य सूत्र “खेलेगा भारततो खिलेगा भारत योग की डोज़आधा घंटा रोज़” दिए हैंजो आज जन-जन की प्रेरणा बन गए हैं।

 उन्होंने विशेष रूप से राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पधारे योग गुरु स्वामी रामदेव का भी धन्यवाद करते हुए कहा कि स्वामी रामदेव ने एक-एक व्यक्ति को प्राचीन पद्धति योग से जोड़ने का काम किया हैजिससे आज पूरी दुनिया में योग की एक अलग पहचान बनी है।उन्होंने कहा कि इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का थीम “योगा फॉर वन अर्थ वन हेल्थ” है। यह थीम इस बात को चरितार्थ करता है कि योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहींबल्कि सम्पूर्ण मानवता के कल्याण के लिए है।

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को महोत्सव के रूप में मनाया गयापूरा हरियाणा हुआ योगमय

 मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से 25 दिन पहले यानी 27 मई से ही योग दिवस से जुड़े कार्यक्रमों  का संचालन शुरू कर दिया था। पिछले 25 दिनों में प्रदेश के अंदर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गयाजिनमें प्रशासनिक अधिकारीकर्मचारीआमजनधार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के लाखों लोग योग के साथ जुड़े और आज यह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक महोत्सव के रूप में मनाया गया है। आज पूरा कुरुक्षेत्रपूरा हरियाणा योगमय हो गया है।

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योग केवल व्यायाम का रूप नहींबल्कि जीवन जीने का एक संपूर्ण विज्ञान

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि योग केवल व्यायाम का एक रूप नहींबल्कि स्वस्थखुशहाल एवं शांतिपूर्ण तरीके से जीवन जीने का एक संपूर्ण विज्ञान है। यह जीवन जीने की कला हैइसीलिए कहा गया है ‘हर रोज करें योगजीवन भर रहें निरोग। हम सभी को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

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योग जीवनभक्तिप्रकृति और संस्कृति का आधार है – स्वामी रामदेव

 

इस अवसर पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि योग जीवनभक्तिप्रकृति और संस्कृति का आधार है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले ही उद्बोधन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की पुरजोर पैरवी की थी। उन्हीं के प्रयासों से वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित कर 21 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘ घोषित किया गया। उस समय 177 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था और आज 200 से भी अधिक देश योगमय हो रहे हैं और योग सनातन पद्धति लोगों की जीवन पद्धति बन रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विजन है विरासत के साथ विकास होसंस्कृति के साथ समृद्धि हो और योग धर्म के साथ राष्ट्र धर्म हो।

 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने जन कल्याण के लिए अनेक नए प्रकल्प शुरू किए हैं। पिछले कई दिनों से योग के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं और लाखों लोगों को योग से जोड़ने का काम किया गया है।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुभाष सुधाहरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्यस्वास्थ्य एवं आयुष विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल और आयुष विभाग के महानिदेशक संजीव वर्मा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

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फरीदाबाद में केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने दिया संदे्श

फरीदाबाद।

केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि दृढ़ संकल्प और उत्साह के साथ हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2025 अभूतपूर्व स्तर पर देश और पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर आज शनिवार को स्थानीय सेक्टर-12 स्थित खेल परिसर में जिला स्तरीय 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। 45 मिनट की योग दिनचर्या को मिल रहा वैश्विक समर्थन, ऑनलाइन भी उपलब्ध 

           केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि 21जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाना भारत के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल का परिणाम है। दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा  द्वारा भारत के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया था। तभी से, वर्ष 2015 से हर वर्ष यह दिवस पूरे विश्व में बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि भारत में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को कॉमन योग प्रोटोकॉल के अंतर्गत एक समन्वित योग सत्र के रूप में मनाया जाता है। इस प्रोटोकॉल को भारत के योग विशेषज्ञों द्वारा विकसित किया गया है, ताकि योगाभ्यास में एकरूपता लाई जा सके। यह 45 मिनट की दिनचर्या है जिसमें विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान को सम्मिलित किया गया है।                                                                   अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: वैश्विक योग आंदोलन की प्रेरणा बना भारत

 

केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा की पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को ऐतिहासिक रूप से मनाया गया। देश के प्रधानमंत्री कॉमन योग प्रोटोकॉल का नेतृत्व करते हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान 2020 और 2021 में “घर पर योग, परिवार के साथ योग” और “स्वास्थ्य के लिए योग” की थीम पर डिजिटल रूप में आयोजन किए गए। उन्होंने बताया कि 2025 में मनाया जा रहा 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इस दशक की यात्रा का उत्सव है, जिसने योग को वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य और मानसिक शांति का साधन बना दिया है। इस वर्ष देशभर में 10 प्रमुख पहल—जैसे योग संगम, योग बंधन, योग महाकुंभ आदि—के माध्यम से योग को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे यह आम जनजीवन का हिस्सा बन सके।                                                                                                                                                                                                                                                      

एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग–वैश्विक शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर भारत की अग्रसर पहल

 

केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर कहा कि भारत सरकार “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम को प्रमुखता से आगे बढ़ा रही है। यह विषय 2023 में भारत की G-20 अध्यक्षता के दौरान प्रस्तुत “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” दृष्टिकोण पर आधारित है, जो यह दर्शाता है कि व्यक्ति का स्वास्थ्य और धरती का कल्याण आपस में गहराई से जुड़े हैं। यह “सर्वे सन्तु निरामयाः” की भारतीय सोच को दर्शाता है, विशेषकर कोविड-19 के बाद, जब मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों और वैश्विक सहयोग की महत्ता बढ़ गई है।

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