कुशाग्र बुद्धि के धनी ओमप्रकाश चौटाला का निधन
हरियाणा राजनीति का एक अध्याय समाप्त
फरीदाबाद। अशोक शर्मा
कुशाग्र बुद्धि के धनी रहे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का शुक्रवार को करीब 89 वर्ष की आयु में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। चौटाला सात बार विधायक और पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने अपने पिता देवीलाल की राजनीतिक विरासत को बखूबी निभाया और इसी के साथ हरियाणा की राजनीति का एक अध्याय समाप्त हो गया।
ओम प्रकाश चौटाला अंतिम समय तक अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो रहे। अचानक तबीयत खराब होने की वजह से ओपी चौटाला शुक्रवार को सुबह 11 बजे भर्ती कराया गया था। करीब कुछ ही देर (आधे घंटे) बाद उनका निधन हो गया। चौटाला काफी दिनों से बीमार चल रहे थे।
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प्रधानमंत्री समेत देश के बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया
ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर प्रधानमंत्री समेत देश के बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की। देश व हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।
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भावुक हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडडा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चौटाला के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। हुड्डा ने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला मेरे बड़े भाई थे। हुडडा भावुक हो गए।
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अपने कार्यकर्ता को नाम से पुकारते थे
ओम प्रकाश चौटाला कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। चौटाला अपनी पार्टी के छोटे से छोटे कार्यकर्ता को नाम से पुकारते थे। अपने कार्यकर्ता का ध्यान रखते थे। समाज के सभी वर्गो में उनकी स्वीकार्यता बनी रही। कुशल संगठनकर्ता थे। उन्हें अपने कार्यकर्ता की क्षमता की परख थी।
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शनिवार को सिरसा में होगा अंतिम संस्कार
परिजनो के मुताबिक शनिवार को सिरसा में अंतिम संस्कार किया जाएगा।


